कोरोना ने डराया तो मुंबई से आ गया रानीवाड़ा और इस चूक ने ली 5 बच्चों की मौत

– 3 छात्राओं और 2 छात्रों की मौत, करड़ा थाना क्षेत्र के दांतवाड़ा का मामला
जालोर. करड़ा थाना क्षेत्र के दांतवाड़ा दुखांतिका में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। कार चला रहा आरोपी सुरेशसिंह का मुंबई में कपड़े का व्यापार था और अच्छा खासा चल रहा था। लेकिन कोरोना संकट के बाद उसे रानीवाड़ा लौटना पड़ा। जिसके बाद अपने एक साथी साथ रानीवाड़ा में व्यापार शुरु करने के साथ एक इनोवा गाड़ी भी ली, जिसे किराए पर चलाताा था। बुधवार को पांच बच्चों की मौत के मामले में चौंकाने वाला तथ्य यह है कि डीजल भरवाने के लिए वह गाड़ी लेकर गया और इस बीच एक बीयर खरीदने के साथ गाड़ी को रफ्तार से चलाने लगा। इस बीच दांतवाड़ा-करड़ा के बीच उसकी इस लापरवाही का खामियाजा स्कूल के पांच बच्चों ने जान गंवा कर भुगता। पुलिस अब गंभीर धाराओं में प्रकरण को दर्ज करने का मानस बना रही है। इधर, मामले में परिजनों और ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन और रास्ता रोकने की सूचना के बाद एसपी श्यामसिंह और कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर लोगों से समझाइश की। मामले में आरोपी को पकड़ लिया गया है।
ये मासूम छोड़ गए दुनिया
इस हादसे में रमिला (14) पुत्री जामताराम देवासी, सुरेश कुमार (14) पुत्र बेचराराम देवासी, विक्रम कुमार (14) पुत्र वचनाराम देवासी, वीणा (16) पुत्री वचनाराम और वर्षा (16) पुत्री रतनाराम की मौत हुई। हादसे मेें कमला की हालत गंभीर है, जिसे सांचौर रेफर किया गया है। वचनाराम और बेचराराम सगे भाई और ढाणी में रहते हैं। इनके बच्चे साथ ही विद्यालय जाते थे। इस हादसे में वचनाराम ने अपने एक पुत्र विक्रम और 16 वर्षीया पुत्री को खोया। इसी तरह बेचराराम के पुत्र सुरेश की मौत हुई। वहीं उसकी पुत्री कमला गंभीर हालत में सांचौर के अस्पताल में एडमिट है।
बहनें करती रह गई इंतजार
वचनाराम के पांच पुत्रियां है और एक मात्र पुत्र विक्रम था, जिसे इस हादसे ने चपेट में लिया। परिवार में उसकी मौत की खबर पहुंची तो कोहराम मच गया। बहनें भाई को याद कर रही थी तो परिजन भी समझ नहीं पा रहे थे कि यह सबकुछ कैसे घटित हो गया।
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