क्या संभागीय आयुक्त के आदेश इन शराब ठेकों पर लागू नहीं

– बिशनगढ़ के शराब ठेकों पर मनमर्जी, इधर रामसीन में भी मनमर्जी हावी
बिशनगढ़. बिशनगढ़ और रामसीन की ये शराब की दुकानें सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मामले में सीधे तौर पर अधिकारियों की शह भी मिल रही है। यही कारण है कि ये शराब ठेकेदार संभागीय आयुक्त के कड़े रुख के बावजूद सरकारी गाइड लाइन को फोलो नहीं कर रहे। बिशनगढ़ रेलवे पटरियों के पास शराब की दुकान मनमर्जी से चल रही है।
यहां शराब परोसी जा रही है। वहीं शराब की अवैध तरीके से बिकवाली भी की जा रही है। मामला इसलिए खास है कि यहां कलक्टर गोदाम से शराब बिकवाली पर कार्रवाई भी कर चुके हैं, लेकिन कुछ दिन के मौन के बाद यहां फिर से मनमर्जी दिख रही है।
दूसरी तरफ रानीवाड़ा के वन विभाग चौकी के पीछे स्थित शराब की दुकान पर भी मनमर्जी इस कदर हावी है कि यहां करीब 500 मीटर दूर स्थित पुलिस थाने के स्टाफ को ये मनमर्जी दिखाई नहीं दे रही। यहां शराब की दुकान बिना टाइम टेबल के चल रही है। वहीं यहां ओवरेट भी वसूल की जा रही है।
संभागीय आयुक्त ने यह कहा, जो नहीं मान रहे
तीन दिन पूर्व जालोर विजिट पर आए संभागीय आयुक्त ने सीधे तौर पर अवैध शराब की बिकवाली, शराब के अवैध तरीके, मनमर्जी से बिना टाइमिंग चल रही शराब की दुकानों, रात 8 बजे के बाद चल रही शराब की दुकानों और गोदामों से शराब बिकवाली पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इस बैठक में आबकारी अधिकारी, कलक्टर, एसपी समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। सीधे तौर पर मामले को इस तरह समझा जा सकता है कि इन कड़े आदेशों के बाद भी बिशनगढ़ और रामसीन के शराब ठेकों पर मनमर्जी दिखाई दे रही है।
अवैध ब्रांच भी चल रही
इन शराब की दुकानों पर मनमर्जी चल रही है। इसके अलावा इन ठेकों की आड़ में ही अवैध ब्रांच भी चल रही है। इन शराब की दुकानों पर आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा भी मिल रहा है। उसके बावजूद इन अवैध दुकानों को सील करने की कार्रवाई प्रशासन नहीं कर रहा।