Jalore : गणतंत्र दिवस समारोह में शिक्षा मंदिर के मंच पर चलती रही अफीम की मनुहार

जालोर
जिलेभर में गणतंत्र दिवस समारोह कोविड गाइडलाइन के अनुसार मनाया गया। इसी तरह जिले के मडगांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी गणतंत्र दिवस मनाया गया। लेकिन इस विद्यालय का समारोह बाकी के समारोह से अलग था। यहां पर गणतंत्र समारोह में नाश्ते के साथ अफीम भी लिया गया।
मडगांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सुबह गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में अतिथि के रूप में मडगांव सरपंच उम्मेदसिंह, उपसरपंच चुन्नीलाल पुरोहित, ग्राम सेवक अशोक कुमार, बीट कांस्टेबल राजेन्द्र कुमार, कांस्टेबल सांवलाराम के अलावा विद्यालय से कार्यकारी प्रिंसिपल बाबूलाल आदरा (व्याख्याता), शिक्षक थानाराम देवासी मौजूद थे। विद्यालय में समारोह के बाद नाश्ता मंगवाया गया। इस दौरान समारोह के मंच पर ही मडगांव के उपसरपंच ने अफीम की थैली निकालकर सभी अतिथियों के सामने मनुहार की।
बड़ी बात ये है कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर शिक्षा मंदिर जैसे मंच पर अफीम की मनुहार करना जुर्म है। लेकिन उपसरपंच यानि एक जनप्रतिनिधि ने इन सभी को धत्ता दिखाते हुए मंच पर अफीम की मनुहार कर दी। यह पूरा वाकया ग्राम सेवक, बीट कांस्टेबल, शिक्षक तथा विद्यालय प्रभारी की मौजूदगी में हुआ।
शिकायत के बाद… चूर्ण की दिखाई थैली
फोटो के वायरल होते ही मौके पर दूसरी थैली दिखाई गई, लेकिन आनन फानन में दिखाई गई थैली में चूर्ण बताया गया, जो भूरे रंग का था। वहीं मौके पर लिए गए फोटो में थैली में अफीम था, जो काले कलर का था।
कांस्टेबल, ग्रामसेवक की मौजूदगी में उपसरपंच ने किया कारनामा
इस पूरे मामले में सोचने वाली बात यह है कि समारोह के दौरान मंच पर कांस्टेबल, ग्रामसेवक, सरपंच, शिक्षक और प्रिंसिपल मौजूद थे। लेकिन उनकी ओर से इस मामले को गम्भीरता से नहीं लिया। जबकि उपसरपंच ने अफीम की मनुहार की तो ये सभी मूक दर्शक बने रहे। जबकि गांव की व्यवस्थाओं का जिम्मा इनके पास ही होता है। शिक्षा मंदिर यानि विद्यालय में इस तरह का कारनामा शर्मिंदगी भरा है। इन्हीं विद्यालयों से छात्रों को नशा मुक्ति का संदेश दिया जाता है। ऐसे कारनामों से बच्चों के भविष्य पर भी गलत असर पड़ता है।