कृषि कानूनों का विराेध; कलेक्ट्रेट पर धरना दिया, बुहाना में पीएम का पुतला फूंका, पिलानी में सद्बुद्धि यज्ञ किया

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किसान बोले-पूंजीपतियाें काे फायदा पहुंचाने के लिए माेदी सरकार कृषि कानूनाें काे लागू करने पर अड़ी हुई है
झुंझुनूं
कृषि कानूनाें के विराेध में आंदाेलनरत जिले के किसान अब सड़काें पर उतर आए है। किसान समन्वय समिति के आह्वान पर साेमवार काे विभिन्न संगठनाें की ओर से कलेक्ट्रेट पर धरना दिया और कलेक्टर काे ज्ञापन साैंपा। इधर जिले से गए किसान अब शाहजहांपुर बाॅर्डर पर पहुंच गए हैं। कलेक्ट्रेट पर दिए गए धरने काे संबाेधित करते हुए एडवाेकेट बजरंगलाल ने कहा कि पूंजीपतियाें काे फायदा पहुंचाने के लिए माेदी सरकार कृषि कानूनाें काे लागू करने पर अड़ी हुई है।
फूलचंद बुडानिया ने कहा कि यदि किसान इन कानूनाें काे पसंद नहीं कर रहे है ताे सरकार इन्हें लागू करने में दिलचस्पी क्याे दिखा रही है। धरने काे कैप्टन आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष शुभकरण महला, माकपा जिला सचिव सुमेर बुडानिया, राकांपा जिलाध्यक्ष कैप्टेन मोहनलाल, मजदूर संघ के महेश चौमाल, राजू लुहार, रत्न, गणपत सिंह, विद्याधर ओलखा, रवींद्र पायल, शिवराम, गजराज कटेवा, यूनुसअली भाटी, मधु खन्ना, बबीता चौधरी, सचिन चौपड़ा, राजेंद्र कस्वा, हरफूल सिंह बलाैदा, सहदेव, रामेश्वर, विजेंद्र कुलहरि ने संबाेधित कर किसानाें के हिताें के लिए आरपार की लड़ाई का आह्वान किया।
धरने पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारे लगाए गए। बाद में कलेक्टर काे ज्ञापन साैंपा गया। इधर जिले से दिल्ली के गए किसान अब शाहजहांपुर बाॅर्डर पर पहुंच गए है। किसानाें ने अन्य किसानाें के साथ मिलकर अब वहां माेर्चा संभाल लिया है। पूर्व उपजिला प्रमुख विद्याधर गिल, किसान नेता मूलचंद खरींटा, शिवनाथ महला, महावीर खरबास ने कहा कि वे कानूनाें काे समाप्त कराकर ही वापस लाैटेंगे।
बुहाना. तहसील कार्यालय के सामने किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने किसानों की मांगों को लेकर पीएम का पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश झारोड़ा ने कहा कि स्वामी नाथन की रिपोर्ट लागू कराने के लिए किसान आंदोलित है। जब तक सरकार उनकी सभी मांग पूरी नहीं करेंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरना स्थल पर प्रखंड अध्यक्ष रामकुमार यादव, रामलाल कुमावत, रामेश्वर मैनाना, प्रेम नेहरा, मोहित, दीप पंवार, सुरेश कुमार यादव, हरिसिंह वैदी, वासुदेव आदि ने सम्बोधित किया।