जुम्बा डांस कर फेफड़ों को मजबुत बना रहे लोग, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मिले फायदा

- जुम्बा डांस एरोबिक्स कैटेगरी में आती है, जिसमें ब्रीथिंग ज्यादा होती है, जो फेफड़ों को मजबूत बनाती है
सीकर. काेराेना काल में अपनी फिटनेस को लेकर इस वक्त हर वर्ग सचेत है। बिगड़ते पर्यावरण, अव्यवस्थित लाइफ स्टाइल के चलते बीमारियां के पैर पसार रही हैं। काेराेना के चलते लाेग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ा रहे है। जिसमें महिलाएं हेल्थ व फिटनेस का खास ध्यान रख रही हैं।
संक्रमण के चलते इन दिनों महिलाएं जुम्बा डांस अपना रही हैं। हैल्थ एंड फिटनेस डांस स्टूडियों की संचालिका निशा जोशी ने कहा कि कोरोना संक्रमण में अपने हैल्थ पर अधिक ध्यान देना चाहिए। जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके है। जुम्बा डांस एरोबिक्स कैटेगरी में आती है, जिसमें ब्रीथिंग ज्यादा होती है, जो फेफड़ों को मजबूत बनाती है।
यह होते हैं फायदे
कैलोरी बर्न : महिलाएं जुम्बा डांस कर अपना वजन कम कर रही हैं। जुम्बा की एक क्लास करने से करीब 500 से 800 कैलोरी बर्न होती है।
ब्रीथिंग : जुम्बा डांस एरोबिक्स कैटेगरी में आता है। इस डांस को करते वक्त महिलाओं काफी एक्टिविटी करनी पड़ती है, जिससे फेफड़ों की जिंदगी बढ़ती है।
सेहत : शरीर का मोटापा कम करने के अलावा जुम्बा डांस शरीर को फिट रखने का महत्वपूर्ण तरीका है। जुम्बा के मूवमेंट शरीर के हर पार्ट पर जोर देते हैं, जिससे वह पार्ट टोन हो जाता है। धीरे-धीरे शरीर स्लिम व फिट हो जाता है।